Thursday, June 9, 2011

मेरे लिए 'माँ '


माँ स्वास है
माँ विस्वास है
माँ अस्तित्व का आभास है
माँ सोच का आकाश है
माँ थकान का आवकाश है
माँ कामयाबी की प्यास है
माँ तड़फती उल्लास है
माँ ताकत का एहसास है
माँ अंधेरों का उजास
माँ परिपूर्णता का उजवास है
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माँ वो स्वर है जो सिखाया नहीं जाता
माँ वो लफ्ज़ है जो बताया नहीं जाता
माँ वो अनुभव है जो दरसाया नहीं जाता
माँ शब्द स्याही के दायरे से सजाया नहीं जाता

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