जंग कभी नहीं रोती जंग में शामिल रोते हैं
जंग कुछ नहीं खोती जंग में शामिल खोते हैं
दोनों और इंशा रिश्तों के साये में सोते हैं
अना और खुदगर्जी की प्यास से जंग होते हैं
जंग कुछ नहीं खोती जंग में शामिल खोते हैं
दोनों और इंशा रिश्तों के साये में सोते हैं
अना और खुदगर्जी की प्यास से जंग होते हैं
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