Pages
My FACE BOOK Page
Home
About Me
Sunday, July 17, 2011
रुख-ए-रोशन
रुख-ए-रोशन के आगे शम्मा रख कर वो ये कहते हैं
तुझसे ज्यादा लोगों की निगाहों में हम रहते हैं
इस शेर का पहला मिश्रा किसी और शायर का है
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment